प्रथम जो देवी माँ का सुमरिन कीजिए | Machail Mata Aarti

Machail mata ki aarti with lyrics

 



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               आरती श्री चण्डी माता


प्रथम जो देवी माँ का सुमरिन कीजिए, हृदय ज्ञान प्रकाशितम्, देवी वैष्णो देवी माया, श्री चण्डी चरण प्रणाम्यहम् । श्री माता जी के चरण प्रणाम्यहम्, श्री देवी माँ के चरण प्रणाम्यहम् ।।



मुकुट, तिलक ललाट सोहे, अगर चन्दन लेपितम,

कणक सिंहासन बैठी देवी, श्री चण्डी चरण प्रणाम्यहम श्री माता ......



हाथों में कंगन, कानों में कुण्डल, हीरे, रत्न जड़ायतम्

 चरण नूपुर नाद गरजे, श्री चंडी चरण प्रणाम्यहम् - श्री माता ....



आद्य माया पाद्य माया, माया है जग मोहिणी

 ब्रह्मा, विष्णु, महेष स्थापयों श्री चण्डी चरण प्रणाम्यहम् - श्री माता .... 



कौन के घर गायित्री कहिए. कौन के घर लक्ष्मी, 

कौन के घर अर्धांगिनी गौरा, श्री चण्डी चरण प्रणाम्यहम् - श्री माता .........



ब्रहमा के घर गायित्री केहिए, विष्णु के घर लक्ष्मी,

 महा रूद्र के घर अर्धागिनी गोरां, श्री चण्डी चरण प्रणाम्यहम्-श्री माता........



 कौन युग में देवी तुलसा जी कहिए कौन युग में देवी द्रोपदा, 

कौन युग में देवी सति जी कहिए, कौन युग में देवी कालिका, श्री माता ........



तत्य युग में देवी तुलसा जी कहिए, द्वापर युग में देवी द्रोपदा,

 त्रेता युग में देवी सीता जी कहिए, काल युग में देवी कालिका, श्री माता........



 काहे कारण भयो रे जननी, काहे कारण भार्या,

 काहे कारण भयो रे देवी माँ, कहे कारण कालिका, श्री चण्डी चरण......



जन्म कारण भयो रे जननी सृष्टि कारण भार्या,

 पूजा कारण भयो रे देवी माँ, अंत कारण कालिका, श्री चण्डी चरण .......



 खड़ग, खप्र, त्रिशूल सोहे, शंख, चक्र गदा पदम,

 सिंह चढ़ी देवी रण में गरजे, श्री चंडी चरण प्रणाम्यहम्, श्री माता .......



दैत्य मारे, असुर संहारे, सब देवन की रक्षा करे,

 शरण अपनी रखियो भगवती. श्री चण्डी चरण प्रणाम्यहम्, श्री माता........



 आकाश, पाताल तेरी करत पूजा, वीर बैताल तेरे संग में,

चौंसठ योगिणी करत पूजा, श्री चण्डी चरण प्रणाम्यहम्, श्री माता........



 आकाश, धरती, पाताल, पूजा, तीनों भवन तेरी सेवा करें, त्रद्धि-सिद्धि दीजियो मैया, श्री चण्डी चरण प्रणाम्यहम् - श्री माता ......



सोने की झारी रूपे की थाली अगर कपूर की बाती बने 

रत्न झिल - मिल होवत आरती, श्री चण्डी चरण प्रणाम्यहम् - श्री माता....... 



प्रथम जो  देवी मां का सुमरिन कीजिए, हदय ज्ञान प्रकाशितम्,

देवी वेषणु देवी माया, श्री चण्डी प्रणाम्यहम्,

श्री माता जी के चरणा प्रणाम्यहम् श्री देवी के चरण प्रणाम्यहम् ।।





Jai Mata Di......

bhajan chandi mata dhol baje

bhajan chandi mata rani

bhajan chandi mata meriye



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